Accenture के Q1 नतीजों के बाद IT शेयरों में क्या करें? ग्लोबल ब्रोकरेज TCS समेत इन स्टॉक्स पर लगा रहे हैं दांव
अमेरिकी टेक जाएंट Accenture ने पहली तिमाही के लिए रिजल्ट का ऐलान किया है. उसका प्रदर्शन बाजार के अनुमान से बेहतर रहा. हालांकि, दूसरी तिमाही के लिए कंपनी ने कमजोर गाइडेंस जारी किया है जो इंडियन आईटी कंपनियों के लिए बड़ा संकेतक है.
2023 IT Sector Outlook: टेक जायंट एसेंचर ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही का रिजल्ट जारी किया है. कंपनी का प्रदर्शन अनुमान से बेहतर रहा है. उसकी रिपोर्ट को विस्तार से समझने से पहले यह जान लें कि कंपनी का फाइनेंशियल ईयर सितंबर से अगस्त के बीच चलता है. मतलब 2022 सितंबर से नए वित्त वर्ष की शुरुआत हुई जो अगस्त 2023 में खत्म होगी और पहली तिमाही सितंबर-नवंबर 2022 हुआ. कंपनी ने इसी तिमाही का रिजल्ट जारी किया है. रेवेन्यू में सालाना आधार पर 15 फीसदी का उछाल आया है. डॉलर के आधार पर यह ग्रोथ 5.2 फीसदी रहा है. पहली तिमाही का रेवेन्यू 15.7 बिलियन डॉलर रहा. एसेंचर का रिजल्ट भारतीय IT कंपनियों के लिए बहुत बड़ा संकेतक है. कंपनी के लाखों एंप्लॉयी भारत में रहकर काम करते हैं. इसलिए आईटी सेक्टर आउटलुक को लेकर यह रिजल्ट अहम होता है.
जनवरी में इंडियन IT कंपनियों रिजल्ट जारी करेंगी
इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेजे, विप्रो, HCL जैसी भारतीय टेक कंपनियां जनवरी में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (Q3) का रिजल्ट जारी करेंगी. एसेंचर के रिजल्ट से बहुत कुछ पता चल जाता है. Accenture ने दूसरी तिमाही यानी (दिसंबर-फरवरी 2023) के लिए जो गाइडेंस जारी किया है, वह बाजार के अनुमान से कमजोर है. उसका अनुमान है कि दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 15.20 बिलियन डॉलर से 15.75 बिलियन डॉलर रह सकता है. तिमाही आधार पर इसमें गिरावट आएगी यहा यह फ्लैट रह सकता है.
CLSA ने किन स्टॉक्स को चुना है?
Accenture Q1 रिजल्ट के बाद इंडियन आईटी कंपनियों को लेकर ग्लोबल ब्रोकरेज ने अपनी-अपनी रिपोर्ट जारी की है. CLSA ने कहा कि एसेंचर ने पहली बार स्वीकार किया कि ग्लोबल फैक्टर्स के कारण उसके स्ट्रैटेजी और कंसल्टिंग बिजनेस पर असर हुआ है. इंडियन आईटी कंपनियों में उसकी पसंद Infosys, TCS, HCL और LTIMindtree बना रहेगा.
CITI Group ने किसे पसंद किया है?
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सिटी ग्रुप ने कहा कि आईटी सेक्टर को लेकर अभी भी दबाव है. डील टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यु में गिरावट आई है. मैनेजमेंट ने कहा कि मैक्रो एनवायरमेंट चुनौतीपूर्ण रहेगा. उसकी पसंद एकमात्र Infosys है.
Morgan Stanley
मार्गन स्टैनली ने कहा कि मैक्रो डेटा कमजोर है. नियर टर्म में अभी आईटी कंपनियों पर दबाव बना रहेगा और फिलहाल री-रेटिंग की गुंजाइश नहीं दिख रही है. एसेंचर ने पूरे साल के लिए गाइडेंस में कोई बदलाव नहीं किया है. इसक मतलब है कि ग्रोथ में कमी आएगी.
Nomura ने किस स्टॉक को पसंद किया है?
नोमुरा ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में एसेंचर ने 8-11 फीसदी का डिमांड ग्रोथ का अनुमान लगाया है जो मांग में कमी को दर्शाता है. डिमांड आउटलुक कमजोर है. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए रेवेन्यू ग्रोथ में और गिरावट संभव है. अगली कुछ तिमाही में इंडियन आईटी कंपनयों में एट्रिशन रेट में कमी आएगी. ब्रोकरेज ने लार्ज कैप में Infosys और मिडकैप्स में Persistent पर दांव लगाया है.
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12:59 PM IST